फिज़िकल एआई वह बुद्धिमत्ता है जिसमें मशीन केवल सोचती नहीं, बल्कि अपनी शारीरिक उपस्थिति से महसूस और क्रिया करती है।

इसमें ऊर्जा, डेटा और नियंत्रण का लगातार चक्र चलता है मशीन अपने वातावरण के साथ शारीरिक जुड़ाव बनाती है।

मशीन की “ज्ञानेन्द्रियाँ” सेंसर के जरिए जानकारी इकट्ठा करती हैं और उसके अनुभव से सीखकर व्यवहार बदलती हैं।

शिक्षा-मूलक वातावरण में, यह सिस्टम स्वतः अनुकूलन करता है और अपनी संरचनात्मक प्रतिक्रियाओं को सुधारता है।

भविष्य में फिज़िकल एआई पूर्ण स्वायत्तता, संवेदनशीलता और संपर्क-जागरूकता के साथ नई मशीनों की परिभाषा गढ़ेगा।